Judge banne ke liye kya kare | जज बनने के लिए क्या करे : यदि आपकी रुचि कानूनी क्षेत्र में करियर बनाने की है तो जज बनना आपके लिए एकदम उपयुक्त हो सकता है. न्यायाधीश हमारे समाज में कानून को बनाए रखने और न्याय सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
लॉ की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए जज बनना एक सपने से कम नहीं होता है और वह अपने इस सपने को पूरा करने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं. लेकिन सही guideline ना होने की वजह से वह अपने इस सपने को पूरा नहीं कर पाते. क्या आप भी जज बनाना चाहते हैं ? और आपको जज बनने की प्रक्रिया के बारे में कोई जानकारी नहीं है तो आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है.
आप बिल्कुल सही जगह पर हैं आज के इस लेख में हम आपको judge banne ke liye kya kare के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार से देंगे इसलिए हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें.
जज बनने के लिए क्या क्वालिफिकेशन होनी चाहिए ? | Judge banne ke liye kya qualification
- उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पास होना चाहिए.
- किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक की डिग्री (LLB) होनी चाहिए.
जज बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए ? | Judge banne ke liye kya yogyata
Judge banne ke liye निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए.
- जो विद्यार्थी भारत में जज बनना चाहते हैं उन्हें सबसे पहले भारत का नागरिक होना अनिवार्य है.
- आयु सीमा 35 वर्ष होनी चाहिए.
- न्यायिक सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करें.
- उम्मीदवार को कानून की अच्छी समझ होनी चाहिए.
- वकील के रूप में कम से कम 7 साल का अनुभव हो.
जज बनने के लिए क्या करे ? | Judge banne ke liye kya kare ?
Judge banne ke liye kya kare इसके बारे में हमने आपको नीचे विस्तार से जानकारी दी है.
1. कानून में स्नातक की डिग्री पूरी करें
यदि आप जज बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको 12वीं पास करनी होगी. उसके बाद किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय में LLB की डिग्री प्राप्त करनी होगी. 12वीं के बाद 5 वर्ष का LLB (Bachelor of Laws)
डिग्री कोर्स होता है LLB कोर्स करने के बाद ही आप जज बनने के लिए योग्य होंगे.
LLB करने के लिए प्रसिद्ध कॉलेज के नाम | Top college name for LLB
1 | हिन्दू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय (Hindu College, Delhi University), दिल्ली |
2 | सेंटीगो रामानुजन लॉ कॉलेज (Symbiosis Law School), पुणे |
3 | सीएमएल नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (CMR National Law University), बेंगलुरु |
4 | न्यू लॉ कॉलेज (New Law College), भारती विद्यापीठ दिल्ली, पुणे |
5 | नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (National Law School of India University), बेंगलुरु |
6 | नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (National Law University), जोधपुर |
7 | नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट (National Law Institute), भोपाल |
8 | नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट (National Law Institute University), भोपाल |
9 | जेएसएस लॉ कॉलेज (JSS Law College), मैसूर |
10 | गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (Gujarat National Law University), गांधीनगर |
2. न्यायाधीश बनने के लिए आवेदन करें
LLB का कोर्स करने के बाद आपको जज की भर्ती निकलने पर आवेदन करना होगा. प्रत्येक राज्य में राज्य सरकार अलग-अलग भर्ती कराती है.
नीचे हमने आपको judge banne ke liye आवेदन करने की वेबसाइट प्रदान की है जब भी जज की भर्ती निकले तब आप इस वेबसाइट पर जाकर अपना फॉर्म भर सकते हैं.
official website link | https://uppsc.up.nic.in/ |
3. न्यायिक सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करें
न्यायिक सेवा परीक्षा एक प्रतियोगी परीक्षा है जो राज्य सरकार या संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की जाती है. यह परीक्षा आपके कानून के ज्ञान का परीक्षण करती है.
4. न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हों
यदि आप न्यायिक सेवा परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं तो आपको किसी निचली अदालत में न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया जाता है आपकी पोस्टिंग Supreme court में होने से पहले आपको निचली अदालत में अनुभव प्राप्त करना होगा तभी आपकी पोस्टिंग Supreme court में होगी.
न्यायाधीश की भर्ती कैसे होती है ? | Judge ki bharti kaise hoti hai ?
भारत में न्यायाधीशों की भर्ती राज्य सरकार या संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा की जाती है. UPSC Supreme Court और high courts में न्यायाधीशों की भर्ती के लिए एक राष्ट्रव्यापी परीक्षा आयोजित करती है.
- सबसे पहले उम्मीदवारों को prelims exam देना होता है.
- उसके बाद उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा देनी होती है. इसमें बहुविकल्पीय प्रश्न आते हैं और उम्मीदवारों को 100 अंक प्राप्त करने होते हैं.
- Prelims exam को पास करने के बाद उम्मीदवारों को main exam देनी होती है.
- जो उम्मीदवार main exam में उत्तीर्ण होते हैं उन्हें Interview के लिए बुलाया जाता है.
- इंटरव्यू लेने के बाद prelims, main और Interview के आधार पर उम्मीदवारों की मेरिट लिस्ट बनती है.
- मेरिट लिस्ट के आधार पर ही जज की भर्ती होती है.
न्यायाधीश की सैलरी कितनी होती है ? | Judge ki salary kitni hoti hai ?
भारत में एक न्यायाधीश का वेतन उस अदालत के level पर निर्भर करती है जिस अदालत में वह काम करते हैं. भारत में एक न्यायाधीश के लिए औसत वेतन प्रति वर्ष 10 लाख रुपये है.
भारत में हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों का वेतन-
न्यायाधीशों के पद के नाम | वर्तमान (रु.) | प्रस्तावित (रु.) |
चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया | 1,00,000/- रूपए . | 2,80,000/- रूपए . |
सुप्रीम कोर्ट के अन्य जज | 90,000/- रूपए . | 2,50,000/- रूपए . |
चीफ जस्टिस ऑफ़ हाई कोर्ट | 90,000/- रूपए . | 2,50,000/- रूपए . |
हाई कोर्ट के अन्य जज | 80,000/- रूपए . | 2,25,000/- रूपए . |
एक न्यायाधीश में कौन-कौन से गुण होते हैं ? | Ek judge me kaun-kaun si qualities hoti hai ?
1. सत्यनिष्ठा
एक न्यायाधीश को ईमानदार और निष्पक्ष होना चाहिए.
2. कानून का ज्ञान
एक न्यायाधीश को कानून की गहरी समझ होनी चाहिए.
3. निर्णय
एक न्यायाधीश को मामले के तथ्यों के आधार पर ठोस निर्णय लेने में सक्षम होना चाहिए.
4. संचार कौशल
एक न्यायाधीश को मामले में शामिल पक्षों के साथ-साथ जनता के साथ प्रभावी ढंग से संवाद करने में सक्षम होना चाहिए.
5. नेतृत्व कौशल
एक न्यायाधीश को अदालत का नेतृत्व करने में सक्षम होना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि न्यायिक प्रक्रिया निष्पक्ष और कुशल हो.
FAQ: Judge banne ke liye kya kare ?
जज की पढ़ाई कितने साल की होती है?
बिना वकील बने जज कैसे बने?
जज बनने के लिए कौन सी पढ़ाई पढ़नी चाहिए?
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने जाना कि judge banne ke liye kya kare . हमारे न्यायाधीश, कानून व्यवस्था को बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. जज बनने के लिए स्नातन के रूप में डिग्री, वकील के रूप में अनुभव, और न्यायिक सेवा परीक्षा देनी पड़ती है. जज बनाने के लिए भारत का नागरिक होना और स्नातक की डिग्री होना अनिवार्य है.
न्यायाधीशों की भर्ती UPSC द्वारा ली जाती है और इनकी सैलरी प्रतिवर्ष 10 लाख रुपए तक होती है एक जज के अंदर इमानदारी और न्याय लेने की शक्ति होनी चाहिए तभी वह एक कुशल न्यायाधीश बन सकता है उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा लिखा गया या लेख आपको पसंद आया हो.