गणित में कमजोर छात्र क्या करें ? | Ganit mein kamjor Chhatra kya Karen : गणित का नाम सुनते हैं कुछ बच्चे ऐसे घबराने लगते हैं जैसे कोई भूत देख लिया हो गणित एक ऐसी सब्जेक्ट है जिसमें कुछ बच्चे माहिर होते हैं तो कुछ बच्चों को इसके नाम से ही डर लगता है लेकिन आप अपने जीवन में किसी भी क्षेत्र में जाएं गणित आपके बहुत काम आती है.
यह आपको जोड़ घटाव ही नहीं सिखाती बल्कि समस्याओं को हल कैसे किया जाता है यह भी सिखाती है जब भी बच्चों के एग्जाम शुरू होते हैं तब जो बच्चे गणित में कमजोर होते हैं वह बहुत ही घबराने लगते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि गणित में तो हम फेल ही हो जाएंगे इसी के डर से बहुत से बच्चे डिप्रेशन में भी चले जाते हैं.
लेकिन दोस्तों जितना आप लोग समझते हैं गणित उतनी भी कठिन विषय नहीं है यदि हम इसे अच्छे से समझे और प्रयास करें तो हम इसमें भी महारथी बन सकते हैं आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि गणित में कमजोर छात्र क्या करें यदि आपकी भी गणित कमजोर है तो आप घबराएं नहीं आज यह आर्टिकल आपकी गणित से जुड़ी सभी समस्याओं का हाल देगा तो चलिए जानते हैं की गणित में कमजोर छात्र क्या करें।
गणित में कमजोर छात्र क्या करें ? | Ganit mein kamjor Chhatra kya Karen ?
जो बच्चे गणित में बहुत ही कमजोर हैं उन्हें अपनी गणित को तेज करने के लिए वैदिक गणित का उपयोग करना चाहिए वैदिक गणित में 16 सूत्र और 13 उपसूत्र है जिनका उपयोग हम अंकगणित, ज्यामिति कला, शंकु, बीजगणित आदि की समस्याओं के समाधान के लिए कर सकते हैं एक तरीके से वैदिक गणित, गणित की एक प्रणाली ही है.
जिसकी खोज कृष्ण तीर्थराज जी ने 1911 से 1918 के बीच में की थी कहा जाता है कि वैदिक गणित सामान्य गणित से 1700 प्रतिशत तेज है इसीलिए यदि आपके बच्चों को गणित में रुचि नहीं है उन्हें गणित से डर लगता है तो रुचि पैदा करने के लिए आप उन्हें वैदिक गणित की शिक्षा दे सकते हैं यहां पर नीचे हमने बताया है कि वैदिक गणित आपके बच्चों के दिमाग पर कितना असर डालता है और वह किस तरीके से डालता है।
1. गणित को समय दें
दोस्तों गणित एक ऐसा सब्जेक्ट है जिसे आपको समय देना चाहिए और समझ के गणित के प्रश्नों को हल करना चाहिए क्योंकि इसे आप रट नहीं सकते हैं गणित में जोड़, घटाव, गुडा, भाग आदि को आपको अच्छे से समझना चाहिए तथा जब आप ऐसा करेंगे तो यह धीरे-धीरे आपको समझ में आने लगेगा और गणित आपके लिए भी एक आसान सब्जेक्ट बन जाएगी.
2. doubts clear करें
गणित के सवालों को हल करते वक्त आपके दिमाग में जो भी doubts हो सवालों को हल करते वक्त जो भी doubts निकले आपको उन्हें एक कॉपी में लिख लेना चाहिए और अगले दिन किसी टीचर से या फिर किसी ऐसे स्टूडेंट से पूछना चाहिए जो गणित की अच्छी नॉलेज रखता हो आप चाहे तो ऑनलाइन भी अपने doubts को क्लियर कर सकते हैं लेकिन doubtsको क्लियर करना बहुत ही जरूरी होता है यह आपकी गणित को और तेज कर देते हैं.
3. रटने का प्रयास न करें
मैथ हिंदी, इतिहास या भूगोल जैसी सब्जेक्ट नहीं है जिसे आप रटकर पढ़ सकते हैं इसे आपको रटना बिल्कुल भी नहीं है और ना हीं इसके सूत्रों को रटना है हो सके तो इसे समझने का प्रयास करें और जब भी गणित लगाये तो समझ कर ही लगाये क्योंकि रटने के बाद आप भूल जाएंगे लेकिन जब आप समझ के लगाएंगे तो आप जीवन भर नहीं भूलेंगे.
4. रोजाना गणित लगाये
अपने अक्सर देखा होगा कि जिन बच्चों की गणित मजबूत होती है वह रोजाना गणित के प्रश्नों को हल करते हैं इसीलिए आपको रोजाना गणित के सवालों को हल करना है और लगातार प्रैक्टिस करते रहना है क्योंकि जितना ज्यादा आप प्रैक्टिस करेंगे गणित आपकी समझ में उतना अधिक आएगी.
5. फॉर्मूलों को याद करें
गणित के फॉर्मूलों को याद करें क्योंकि इन्हीं की मदद से आप गणित के प्रश्नों को हल कर पाते हैं लेकिन याद करते वक्त रटने का प्रयास बिल्कुल भी ना करें इन्हें समझ कर अपने अनुसार याद करें आप इन्हें अपने जीवन की किसी स्थिति से जोड़ सकते हैं या कोई नई स्थिति बना सकते हैं लेकिन जैसे भी याद करें फॉर्मूले आपको याद होने चाहिए और रटना बिल्कुल भी नहीं है.
6. sequence के साथ पढ़े
गणित को सीक्वेंस में पढ़ने का प्रयास करें क्योंकि ऐसा करेंगे तो आपकी गणित शुरुआत से मजबूत होती जाएगी अर्थात यदि आपको कक्षा 6,7 और 8 की मैथ नहीं आती है और आप कक्षा 9 की मैथ के प्रश्नों का हल करने का प्रयास करेंगे तो यह आप नहीं कर पाएंगे इसीलिए पहले 6,7 और 8 के बेसिक को समझने का प्रयास करें उसके बाद कक्षा 9 के प्रश्न पर अपनी पकड़ बनाएं.
7. दोस्तों के साथ क्वेश्चन हल करें
कोशिश करें कि आप दोस्तों के साथ ग्रुप स्टडी करें क्योंकि ग्रुप स्टडी में आपको समझ ज्यादा आता है क्योंकि यहां पर आप बोल अब दोबाराकर एक दूसरे को समझते हैं ऐसे गणित आपको समझ में ज्यादा आएगी और इसमें आपको मजा भी आने लगेगा तो ग्रुप स्टडी करने का प्रयास करें.
8. लगातार रिवीजन करें
स्कूल कॉलेज में आप मैथ्स में जो भी पढ़ते हैं घर में आने के बाद आप उसे रिवीजन करें और आप स्वयं भी जो सवाल लगाते हैं उनका भी रिवीजन करते रहे क्योंकि इससे आपको उस सवाल में प्रैक्टिस अधिक हो जाएगी तथा आपके नए-नए तरीके सवालों को हल करने के लिए मिलने लगेंगे.
9. धीरे-धीरे पकड़ मजबूत बनाएं
कभी भी एक ही दिन पूरी मैथ्स पढ़ने का प्रयास न करें क्योंकि इससे आप पढ़ेंगे कम और अपने दिमाग में भूसा अधिक भरेंगे और आपको कुछ समझ में भी नहीं आएगा इसीलिए पहले धीरे-धीरे मैच को पढ़ने का प्रयास करें तथा अपने बेसिक को क्लियर करें और रोजाना रिवीजन करें.
10. विषय का आनंद ले
जो बच्चे गणित के छात्र हैं उन्हें अपनी विषय का आनंद लेना चाहिए और उसे दिल से पढ़ने तथा समझने का प्रयास करना चाहिए जब हम किसी चीज को आनंद से करते हैं तो वह हमें अधिक समझ में आता है और उसे बार-बार करने का मन भी करता है।
11. दिमाग से रिजल्ट का भार उतारे
जब हम किसी चीज को परिणाम के लिए करते हैं तो हमें उसे करने में आनंद नहीं मिलता है और हम उस चीज को अपना 100% नहीं दे पाते हैं इसीलिए गणित को पढ़ते वक्त इस बात का ध्यान न रखें कि आपको अच्छे अंकों के लिए गणित को पढ़ना जरूरी है बल्कि गणित को समझ कर पड़े और यह सोच की आने वाले जीवन में यह आपके बहुत काम आएगी तथा उसे अपना 100% देने का प्रयत्न करें बिना परिणाम की चिंता के।
12. बार-बार गलतियां करें तथा खोजें
यदि आपको गणित समझ में नहीं आती है और आप दो-चार बार लगाकर थक हार के बैठ जाते हैं तो आपको ऐसा नहीं करना है आपको बार-बार गणित के प्रश्नों को हल करने का प्रयत्न करते रहना है और बार-बार गलतियां करनी है यकीन मानिए कि प्रत्येक गलती के बाद आपको एक नया जवाब मिलेगा तथा जब भी आप गलती करे तो उस गलती का समाधान भी खोजें इससे आप और बेहतर बनेंगे तथा गणित की तरफ प्रोत्साहित भी होंगे।
13. शिक्षकों से सवाल पूछे
कुछ बच्चे डरपोक मिजाज के होते हैं तो जब कोई शिक्षक उन्हें पढ़ाता है तो जो चीज उन्हें समझ में नहीं आती है वह उसके बारे में भी नहीं पूछते हैं लेकिन बच्चों को ऐसा नहीं करना चाहिए आपको शिक्षकों से प्रत्येक सवाल का जवाब मांगना चाहिए जो आपको समझ में नहीं आया है और तब तक मांगना चाहिए जब तक वह आपको समझ में ना आ जाए शुरुआत में यह थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन यह आपकी गणित में बहुत ही मदद करेगा।
कैसे दिमाग तेज करता है वैदिक गणित ? | Kaise dimag Tej Karta Hai Vaidik ganit ?
- यह आपके अंदर गणित के प्रति प्रेम को उत्पन्न करती है।
- वैदिक गणित आपके दिमाग के दाएं और बाएं हिस्से का इस्तेमाल करता है कहा जाता है कि दिमाग का दाहिना हिस्सा अधिक सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए उपयोग किया जाता है।
- वैदिक गणित कमजोर छात्र की मानसिक शक्ति को बढ़ाता है।
- वैदिक गणित पढ़ाने के बाद छात्रों की याददाश्त बढ़ती है और उन्हें साहस प्राप्त होता है।
- वैदिक गणित सीखने में बहुत ही आसान है इसे सीखने के लिए आपको बस टेबल आनी चाहिए।
गणित में कमजोर छात्रों की समस्याएं | Ganit mein kamjor chhatron ki samasyayen
गणित के छात्र अक्सर दो ही समस्याएं करते हैं सबसे पहले वह सवाल देखते हैं और यह समझ नहीं पाते हैं कि सवाल को हल कैसे करना है और दूसरी समस्या यह होती है उनके साथ कि वह सवाल को हल करते वक्त हजारों गलतियां करते जाते हैं और उन्हें पता भी नहीं चलता जिसकी वजह से वह सवाल को सही तरीके से हल नहीं कर पाते हैं.
गणित में कमजोर और तेज छात्रों में अंतर | ganit mein kamjor aur Tej students mein antar
गणित में जो तेज छात्र होते हैं वह किसी भी अध्याय के दो चार प्रश्न हल करते ही जान जाते हैं कि वह अध्याय किस तरीके से हल होगा और उनके अंदर प्रत्येक प्रश्न को हल करने की छवि भी बन जाती है लेकिन यहीं पर यदि कोई कमजोर छात्र है.
तो वह किसी भी प्रश्न की छवि अपने दिमाग में नहीं बना पाते हैं और ना ही गणित के सूत्रों को लंबे समय तक याद कर पाते हैं इसीलिए कमजोर छात्रों को चाहिए कि वह गणित के सभी सूत्रों को याद करें और प्रत्येक सवाल को हल करने के तरीकों को भी समझे ताकि वह एग्जाम में और एग्जाम के बाद अपनी जिंदगी में भी उन सवालों को बहुत ही आसानी से हल कर पाए।
कमजोर छात्रों को क्या करना चाहिए ? | Kamjor students ko kya karna chahiye ?
दोस्तों आपने देखा होगा की गणित में जो तेज छात्र होते हैं वह अपने दिमाग में ही आधी से ज्यादा कैलकुलेशन कर लेते हैं और जितनी देर में कमजोर छात्र एक सवाल लगाता है उतनी देर में तेज छात्र तीन से चार सवाल लगाकर छोड़ देता है अब क्या है इस देरी का कारण लिए जानते हैं नीचे।
जो तेज छात्र होते हैं उन्हें कैलकुलेशन करने और जवाब जानने की प्रैक्टिस होती है जिसके कारण वह तेजी से सवाल हल कर पाते हैं इसीलिए कमजोर छात्रों को अधिक से अधिक प्रैक्टिस करनी चाहिए दोस्तों गणित की सबसे अच्छी बात यह है कि आप इसमें जितना ज्यादा प्रैक्टिस करेंगे आप इसके उतने ही माहिर बनाते जाएंगे इसीलिए एक सवाल को तीन से चार बार लगाएं और लगातार प्रैक्टिस पर जोर देते रहें।
स्वयं और फास्ट कैलकुलेशन करें ? | Swayam aur fast calculation Karen ?
दोस्तों जो छात्र गणित के सवालों को हल करते वक्त आधे से ज्यादा कैलकुलेशन अपने दिमाग में ही कर लेते हैं आपने देखा होगा कि वह गणित में बहुत ही तेज होते हैं इसीलिए आपको ज्यादा से ज्यादा कैलकुलेशन अपने दिमाग में कर लेनी चाहिए ताकि आपका समय भी अधिक न लगे और आप सवाल को सही ढंग से लगा पाए।
- इसके लिए आप अपनी बुक के सभी चैप्टर को ग्रुप में बांट ले ताकि आपको हल करने में अधिक समस्या ना हो।
- जब भी सवालों का हल करें तो कोई नया तरीका ना अपने पुराने तरीके से ही लगाए शार्ट कैलकुलेशन और शार्ट सूत्रों को समझने के लिए आप वैदिक गणित का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- जब भी आप प्रश्न को हल करें तो आपको छात्र साइंटिफिक मेथड को अपनाना है।
- जरूरी नहीं है कि जल्दी कैलकुलेशन के लिए कोई नया तरीका अपनाएं इसके लिए चैप्टर को वर्गों में बांट सकते हैं।
- यदि आप गणित को बोरिंग विषय ना मानकर अपने शौक से पड़े तो गणित आपको ज्यादा समझ में आएगी और आप उसे बहुत आसानी से हल भी कर पाएंगे तथा आपको इसमें मजा भी आएगा।
FAQ: गणित में कमजोर छात्र क्या करें ?
गणित को तेज करने के लिए क्या करें?
बच्चे गणित में कमजोर क्यों होते हैं?
गणित कठिन क्यों होती है?
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस लेख में हमने आपको गणित में कमजोर छात्र क्या करें इसके बारे में जानकारी दी है इस लेख में हमने आपको गणित के उन सूत्रों के बारे में बताया है जिन्हें अपनाकर आप गणित के महारथी बन सकते हैं और कुछ अन्य तरीके भी बताए हैं.
जो गणित को तेज करने में आपकी बहुत ही मदद करेंगे यदि आपने हमारे आज के इस लेख को शुरुआत से लेकर अंत तक ध्यान पूर्वक पढ़ा है तो आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार से प्राप्त हो गई होगी उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा धन्यवाद।