दोस्तों आपने आईएएस ऑफिसर, आईपीएस ऑफिसर और आईएफएस ऑफिसर के बारे में तो सुना ही होगा लेकिन क्या आपको पता है कि यह पद किस नौकरी के अंतर्गत आते हैं हमें कौन सी परीक्षा देनी पड़ती है.
जिसको उत्तीर्ण करने के बाद हमें आईएएस, आईपीएस, आईएफएस पद मिलते हैं तो दोस्तों हम आपको बता दें कि यह सारी उच्च स्तर की नौकरियां सिविल सर्विस के अंतर्गत आती है. सिविल सर्विस यानी कि अधिकारियों का वह समूह जो सरकारी कार्यक्रमों एवं योजनाओं को लागू करता है.
सिविल सर्विस के अंतर्गत पद आते हैं जैसे IAS, IPS, IRS आदि इसके अंतर्गत कुल 24 पद होते हैं दोस्तों आज के इस लेख में हम इसी बारे में जानने की कोशिश करेंगे कि सिविल सर्विस क्या है? यदि आप सिविल सर्विस के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ने की आवश्यकता है.
क्योंकि इस लेख में आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार से प्राप्त हो पाएगी तो आइए आज के इस लेख को शुरू करते हैं और जानते हैं कि सिविल सर्विस क्या है?
सिविल सर्विस क्या है ?
सिविल सेवा एक सरकारी नौकरी है जिसमें देश की सेवा करने के लिए योग्यता रखने वाले लोगों को भर्ती किया जाता है. यह एक प्रशासनिक सेवा होती है जिसमें संघ, राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों में विभिन्न सरकारी विभागों में काम किया जाता है.
सिविल सेवा के मुख्य उद्देश्यों में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकास को बढ़ावा देना, सार्वजनिक नीतियों और कानूनों को लागू करना, सरकारी कार्यों को लागू करना एवं उनकी रक्षा करना और लोगों की सेवा करना शामिल होता है.
भारत में सिविल सेवा एक बहुत ही बड़ा स्तर है जिसे भारतीय प्रशासिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय आधिकारिक सेवा (IRS) और अन्य कई सेवाओं में विभाजित किया जाता है.
सिविल सेवा में चयन प्रक्रिया आमतौर पर लिखित परीक्षा, साक्षात्कार, और अन्य परीक्षाओं के माध्यम से होती है. इन परीक्षाओं में पास होने वाले उम्मीदवारों को ही सिविल सेवा में नौकरी दी जाती है और उन्हें विभिन्न सरकारी विभागों में नियुक्ति मिलती है.
सिविल सर्विस के लिए योग्यता
सिविल सेवा परीक्षा (CSE) के लिए पात्रता मानदंड इस प्रकार है.
- उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना चाहिए.
- उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 32 वर्ष के बीच होनी चाहिए हालांकि कुछ श्रेणियों के उम्मीदवारों के लिए आयु में छूट है जैसे कि अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति /अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार और पीडब्ल्यूडी श्रेणी के उम्मीदवार.
- उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए.
- उम्मीदवार का चरित्र और आचरण अच्छा होना चाहिए.
- उम्मीदवार शारीरिक रूप से फिट होना चाहिए.
UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) वह केंद्र है जो CSE को लागू और उसे चलती है. शी की परीक्षा बहुत ही प्रतिस्पर्धी होती है और इस परीक्षा में केवल कुछ ही योग्य उम्मीदवारों का चयन किया जाता है नीचे हमने आपको इस परीक्षा की चयन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी है.
सिविल सर्विस एग्जाम क्या है ?
सिविल सेवा परीक्षा (CSE) भारत में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित एक प्रतिस्पर्धी परीक्षा है. यह भारत में सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है इस परीक्षा को पास करके आप भारतीय सिविल सेवा में अपना कैरियर बना सकते हैं.
सीएसई की परीक्षा में आपको कई तरह की परीक्षाएं देनी पड़ती है जैसे कि प्रारंभिक परीक्षा मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू शामिल है. प्रारंभिक परीक्षा में आपको दो भाग की परीक्षा देनी पड़ती है जिसमें आपका एटीट्यूड टेस्ट और सामान्य अध्ययन शामिल होता है मुख्य परीक्षा एक लिखित परीक्षा है जिसमें नौ पेपर होते हैं.
इन परीक्षाओं को देने के बाद आपसे इंटरव्यू लिया जाएगा इसमें आपके व्यक्तित्व का परीक्षण किया जाता है जो अधिकारियों द्वारा किया जाता है इंटरव्यू लेने वाले अधिकारी भी सिविल सेवा यानी कि यूपीएससी के अंतर्गत ही आते हैं.
1. प्रारंभिक परीक्षा
प्रारंभिक परीक्षा दो स्तरीय परीक्षा है. जिसमें प्रत्येक पेपर 200 अंकों का होता है. पहला पेपर सामान्य अध्ययन और दूसरा पेपर सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (सीएसएटी) है प्रारंभिक परीक्षा एक qualifying परीक्षा है और केवल कट-ऑफ अंकों से ऊपर स्कोर करने वाले ही मुख्य परीक्षा में बैठने को पाते हैं
2. मुख्य परीक्षा
मुख्य परीक्षा एक लिखित परीक्षा है जिसमें कुल 9 पेपर होते हैं. प्रश्नपत्र दो भागों में विभाजित हैं सामान्य अध्ययन और वैकल्पिक विषय. सामान्य अध्ययन के प्रत्येक पेपर में 250 अंक होते हैं और वैकल्पिक विषय के पेपर में प्रत्येक के 500 अंक होते हैं.
3. इंटरव्यू
इंटरव्यू सीएसई का अंतिम चरण है. इंटरव्यू यूपीएससी के सबसे उंचे अधिकारियों के एक भाग के द्वारा लिया जाता है इसमें अधिकारी उम्मीदवार के व्यक्तित्व और उसकी सोच का आचरण लेते हैं इंटरव्यू के माध्यम से आप अपने दिमाग का प्रदर्शन कर सकते हैं इंटरव्यू में आपको 275 अंक मिलने होते हैं जिसमें आपके जवाबो के अनुसार आपको अंक दिए जाते हैं
सिविल सर्विस सब्जेक्ट
नीचे हमने आपको सिविल सर्विस एग्जाम के सब्जेक्ट के बारे में जानकारी दी है.
1. यूपीएससी प्रीलिम्स पेपर 1- सामान्य अध्ययन I सिलेबस
1 | हिस्ट्री ऑफ इंडिया और इंडियन नेशनल मूवमेंट। |
2 | भारतीय राजनीति और शासन-संविधान- राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति, अधिकार मुद्दे आदि। |
3 | नेशनल और इटरनेशनल रिलेशंस एंड इश्यूस |
4 | जनरल साइंस। |
5 | इनवायरोमेंटल स्टडीज- जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे। |
6 | इंडिया और ग्लोबल सोशल-जियोग्राॅफी। |
7 | इकोनाॅमिक और सोशल डेवलपमेंट- सतत विकास, गरीबी, समावेश, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल आदि। |
2. यूपीएससी प्रीलिम्स पेपर 2: सामान्य अध्ययन 2 (CSAT) इंग्लिश सिलेबस
1 | सामान्य मानसिक योग्यता या जनरल मेंटल एबिलिटी |
2 | लाॅजिकल रीजनिंग एंड प्राॅबल्म साॅलविंग स्किल |
3 | बेसिक न्यूमेरेसी (10वीं के स्तर के संख्या और उनके संबंध, परिमाण के आदेश, आदि) |
4 | डेटा इंटरप्रिटेशन (चार्ट्स, ग्राफ्स, टेबल्स, डेटा सफिशिएंसी)। |
5 | डिसिजन मेकिंग |
6 | एनालिसिस एक्सपर्टता एंड एनालिटिकल एबिलिटी |
7 | इंटरपर्सनल स्किल एंड कम्युनिकेशन स्किल |
8 | इंग्लिश कंप्रीहेंशन |
3. CSAT रीजनिंग सिलेबस
लाॅजिकल रीजनिंग एंड एनालिटिकल एबिलिटी | डेटा इंटरप्रिटेशन एंड डेटा सफिशिएंसी |
सेंस टेस्ट | क्लाॅक एंड कैलेंडर |
सीरीज | इंसर्टिंग द मिसिंग करैक्टर |
सीटिंग अरेंजमेंट | स्यालोगिज्म |
लाॅजिकल वेन डायग्राम | क्यूब एंड डाइस |
मैथमेटिकल ऑपरेशंस | प्राॅब्लम्स ऑन ऐज्स |
ब्लड रिलेशन | एलिजिबिलिटी टेस्ट |
डायरेक्शन | रैंकिंग एंड टाइम सीक्वैंस टेस्ट |
क्लासीफिकेशन | अर्थमेटिकल रीजनिंग |
कोडिंग-डिकोडिंग | नंबर |
एनालाॅग | टेबल चार्ट, पाई चार्ट, बार चार्ट |
अल्फाबेट टेस्ट | स्टेटमेंट एंड ऑरग्यूमेंट्स |
– | स्टेटमेंट एंड अजंप्शंस |
– | सिचुऐशन रिएक्शन टेस्ट |
– | पंच लाइंस |
– | डर्विंग |
– | स्टेटमेंट एंड कनक्लूजंस |
– | स्टेटमेंट एंड कोर्स ऑफ एक्शन |
– | काॅज एंड इफैक्ट |
– | एनालिटिकल रीजनिंग |
– | मैथमेटिकल पज्जल्स एंड पैटर्नस |
4. CSAT मैथ्स सिलेबस
बेसिक न्यूमेरिसी | जनरल मेंटल एबिलिटी |
स्क्वायर रूट्स एंड क्यूब रूट्स | टाइम एंड वर्क |
सेट थ्योरी | सिंपल इंटरेस्ट एंड कंपाउंड इंटरेस्ट |
सिंप्लीफिकेशन | वर्क एंड बेजेस |
रेशियो एंड प्राॅपोरशन | मेंसुरेशन एंड एरिया |
रेशनल नंबर्स एंड ऑर्डरिंग | टाइम एंड डिस्टेंस |
रेमाइंडर थ्योरम। | ज्योमेट्री |
प्रतिशत | वोट्स एंड स्ट्रीम्स |
नंबर सिस्टम | पार्टनरशिप |
डेसीमल फ्रैक्शंस | ट्रेंस |
डिविजबिलिटी रूल्स | एलैगेशन एंड मिक्सचर |
औसत | पाइप्स |
L.C.M और H.C.F | प्राॅफिट एंड लाॅस |
– | काॅम्बिनेशंस |
– | प्रोबैबिलिटी |
5. यूपीएससी मेंस परीक्षा सिलेबस
पेपर A | भारतीय भाषा- गद्यांश, शब्द प्रयोग, ब्रोकेबुलरी, इंग्लिश के अनुवाद, निबंध |
पेपर B | इंग्लिश- गद्यांश, शब्द प्रयोग, समरी, वोकैबुलरी, छोटे निबंध |
पेपर 1 (निबंध) | इंपोर्टेंट टाॅपिक्स या सब्जेक्ट पर निबंध |
पेपर 2 (जनरल स्टडीज 1) | संस्कृति, भारतीय विरासत, विश्व का इतिहास और भूगोल |
पेपर 3 (जनरल स्टडीज 2) | राजनीतिक व्यवस्था, संविधान, शासन, राजनीति, सामाजिक न्याय, सरकार, इंटरनेशनल रिलेशंस |
पेपर 4 (जनरल स्टडीज) | आपदा प्रबंधन, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण सुरक्षा, जैव विविधता, आर्थिक विकास, प्रौद्योगिकी |
पेपर 5 (जनरल स्टडीज 4) | इंटीग्रिटी, एथिक्स, एप्टीट्यूड, एडमिनिस्ट्रेटिव |
6. पेपर 6 और 7- ऑप्शनल सब्जेक्ट पेपर 1 और 2
1 | सिविल इंजीनियरिंग (Civil Engineering) |
2 | समाज शास्त्र (Sociology) |
3 | विद्युत अभियन्त्रण (Electrical Engineering) |
4 | वाणिज्य एवं लेखाशास्त्र (Commerce and Accountancy) |
5 | वनस्पति विज्ञान (Botany) |
6 | लोक प्रशासन (Public Administration) |
7 | राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध (Political Science and International Relations) |
8 | रसायन विज्ञान (Chemistry) |
9 | मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering) |
10 | मनोविज्ञान (Psychology) |
11 | मनुष्य जाति का विज्ञान (Anthropology) |
12 | भौतिक विज्ञान (Physics) |
13 | भूगोल (Geography) |
14 | भूगर्भ शास्त्र (Geology) |
15 | प्रबंध (Management) |
16 | पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विज्ञान (Animal Husbandry and Veterinary Science) |
17 | दर्शन (Philosophy) |
18 | जीव विज्ञान (Zoology). |
19 | चिकित्सा विज्ञान (Medical Science) |
20 | कृषि (Agriculture) |
21 | कानून (Law) |
22 | इतिहास (History) |
23 | आंकड़े (Statistics) |
24 | अर्थशास्त्र (Economics) |
25 | अंक शास्त्र (Mathematics) |
सिविल सर्विस की पोस्ट
यहाँ सिविल सर्विस की 24 पोस्टों के नाम दिए गए हैं.
1 | जिला कलेक्टर/जिला मजिस्ट्रेट – District Collector/District Magistrate |
2 | सचिव – Secretary |
3 | पुलिस कमिश्नर – Police Commissioner |
4 | नगर आयुक्त – Municipal Commissioner |
5 | जिला उद्योग निदेशक – District Industries Director |
6 | उच्च न्यायालय न्यायाधीश – High Court Judge |
7 | आयुक्त – Commissioner |
8 | जिला पंचायत अधिकारी – District Panchayat Officer |
9 | केंद्रीय निर्माण निगम – Central Public Works Department (CPWD) |
10 | केंद्रीय उद्यान और वन मंत्री – Central Park and Forest Minister |
11 | नगर विकास अधिकारी – Urban Development Officer |
12 | स्वास्थ्य और परिवार कल्याण अधिकारी – Health and Family Welfare Officer |
13 | शिक्षा अधिकारी – Education Officer |
14 | विदेशी संबंधों के अधिकारी – Foreign Relations Officer |
15 | केंद्रीय सूचना और प्रसारण अधिकारी – Central Information and Broadcasting Officer |
16 | आपदा प्रबंधन अधिकारी – Disaster Management Officer |
17 | जिला औद्योगिक विकास अधिकारी – District Industrial Development Officer |
18 | पशुपालन विभाग के अधिकारी – Animal Husbandry Officer |
19 | कृषि विभाग के अधिकारी – Agriculture Officer |
20 | यातायात विभाग के अधिकारी – Transport Department Officer |
21 | खाद्य और उद्योग विभाग के अधिकारी – Food and Industry Department Officer |
22 | वित्त और लेखा अधिकारी – Finance and Accounts Officer |
23 | जल संसाधन विभाग के अधिकारी – Water Resources Department Officer |
24 | जनसंपर्क और सूचना प्रबंधन अधिकारी – Public Relations and Information Management Officer |
सिविल सर्विस में किस वर्ग के उम्मीदवार कितनी बार परीक्षा दे सकते हैं ?
एक उम्मीदवार सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में जितने प्रयास कर सकता है, वह उनकी श्रेणी के आधार पर अलग-अलग हो सकता है.
1. सामान्य श्रेणी
सामान्य श्रेणी का उम्मीदवार अधिकतम छह बार सीएसई दे सकता है.
2. ओबीसी श्रेणी
एक ओबीसी श्रेणी का उम्मीदवार अधिकतम नौ बार सीएसई दे सकता है.
3. अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति वर्ग
अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति वर्ग का उम्मीदवार असीमित संख्या में सीएसई दे सकता है.
लेकिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि आपकी आयु सीमा आपके प्रयासों की संख्या के आधार पर लागू किया जाता है उदाहरण के लिए एक सामान्य श्रेणी का उम्मीदवार जिसकी आयु उस वर्ष की पहली अगस्त को 32 वर्ष है जिसमें परीक्षा आयोजित की जाती है सातवीं बार सीएसई देने के लिए पात्र नहीं होगा भले ही उसने अपने छह प्रयासों को समाप्त नहीं किया हो.
श्रेणी | प्रयासों की संख्या | आयु सीमा |
सामान्य | 6 | 32 साल |
ओबीसी | 9 | 35 साल |
एससी/एसटी | असीमित | 37 साल |
भारत में सिविल सर्विस की सैलरी
भारत में सिविल सेवा अधिकारियों का वेतन 7वें वेतन आयोग द्वारा निर्धारित किया जाता है. एक IAS अधिकारी का मूल वेतन 56,100 प्रति माह रुपये से शुरू होता है. यह मान 2,50,000 रुपये प्रति माह तक जाता है जो भारत के कैबिनेट सचिव के पद का वेतन है.
मूल वेतन | वेतन स्तर (सेवा के वर्ष) | पदों के नाम |
56,100 | 10वे वेतन के अनुसार (1-4 वर्ष) | जिला प्रशासन में एक उप-विभागीय मजिस्ट्रेट, राज्य सचिवालय में अवर सचिव, केंद्रीय सचिवालय में सहायक सचिव |
67,700 | 11वे वेतन के अनुसार (5-8 वर्ष) | जिलाप्रशासन में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, राज्य सचिवालय में उप सचिव, केंद्रीय सचिवालय में अवर सचिव |
78,800 | 12वे वेतन के अनुसार (9-12 वर्ष) | जिला प्रशासन में जिला मजिस्ट्रेट राज्य सचिवालय में संयुक्त सचिव, केंद्रीय सचिवालय में उप सचिव |
1,18,500 | 13वे वेतन के अनुसार (13-16 वर्ष) | जिला प्रशासन में जिला मजिस्ट्रेट राज्य सचिवालय में विशेष सचिव-सह-निदेशक केंद्रीय सचिवालय में निदेशक |
1,44,200 | 14वे वेतन के अनुसार (16-24 वर्ष) | जिला प्रशासन में संभागीय आयुक्त, राज्य सचिवालय में सचिव-सह-आयुक्त, केंद्रीय सचिवालय में संयुक्त सचिव |
1,82,200 | 15वे वेतन के अनुसार (25-30 वर्ष) | जिला प्रशासन में मंडल आयुक्त राज्य सचिवालय में प्रधान सचिव केंद्रीय सचिवालय में अतिरिक्त सचिव |
2,05,400 | 16वे वेतन के अनुसार (30-33 वर्ष) | राज्य सचिवालय में अतिरिक्त मुख्य सचिव |
2,25,000 | 17वे वेतन के अनुसार (34-36 वर्ष) | राज्य सचिवालय में अतिरिक्त मुख्य सचिव |
2,50,000 | 18वे वेतन के अनुसार (37 वर्ष इससे अधिक ) | भारत के कैबिनेट सचिव |
हाउस रेंट अलाउंस (एचआरए)
यह भत्ता अधिकारियों को रहने के लिए यानी कि घर बनवाने के लिए दिया जाता है और यहां आपके रहने के स्थान के आधार पर अलग-अलग हो सकता है
महंगाई भत्ता (डीए)
अधिकारियों को महंगाई भत्ता भी दिया जाता है जो उनके रहने की बढ़ती लागत के आधार पर अलग-अलग हो सकता है या राशि आपके हर 6 महीने पर संशोधित की जाती है.
परिवहन भत्ता (टीए)
यदि अधिकारी कहीं आता जाता है तो उसे परिवहन भत्ता भी दिया जाता है.
अवकाश यात्रा सुविधा (LTC)
इस भत्ता में अधिकारियों को जब वार्षिक छुट्टी मिलती है तो उनके यात्रा के लिए दिया जाता है यह आपकी दूरी पर निर्भर करता है
मूल वेतन और भत्तों के अलावा सिविल सेवा अधिकारी कई अन्य लाभ भी प्राप्त करते हैं जैसे-
- चिकित्सा बीमा
- पेंशन
- च्चों के लिए शिक्षा भत्ता
- परिवार के सदस्यों के लिए अवकाश यात्रा रियायत
भारत में सिविल सेवा अधिकारियों का वेतन और लाभ बहुत प्रतिस्पर्धात्मक हैं.
FAQ: सिविल सर्विस क्या है ?
सिविल सेवा क्या है?
सिविल सेवा की परीक्षा कैसे दी जाती है?
सिविल सेवा परीक्षा के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?
सिविल सेवा परीक्षा के बाद क्या होता है?
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस लेख में हमने जाना कि सिविल सर्विस क्या है? सिविल सर्विस सेवा एक नौकरी है जिसमें देश की सेवा करने के लिए योग्यता रखने वाले लोगों की भर्ती की जाती है सिविल सेवा का मुख्य उद्देश्य सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकास करना होता है.
अगर बात करें सिविल सर्विस की योग्यता की तो सिविल सर्विस की परीक्षा देने वाले उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 32 वर्ष होनी चाहिए और उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होना अनिवार्य है सिविल सर्विस परीक्षा CSE भारत में (संघ लोक सेवा आयोग) यूपीएससी द्वारा आयोजित किया जाता है.
यह परीक्षा तीन चरणों में होती है प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार. सिविल सर्विस की कुल 24 पोस्ट होती हैं हमने आपको लेख में इसके बारे में जानकारी दी है. इसके साथ-साथ उन्हें हाउस रेंट, महंगाई भत्ता, परिवहन भत्ता आदि भत्ते भी दिए जाते हैं उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ हो धन्यवाद.