दोस्तों आईएएस बनना हर नौजवान का सपना होता है और वह अपने इस सपने को पूरा करने के लिए दिन-रात कठिन प्रयास भी करते हैं दोस्तों आईएएस की परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है.
क्योंकि यह परीक्षा यूपीएससी के अंतर्गत आती है और यूपीएससी के अंतर्गत होने वाली सभी परीक्षाएं कठिन होती है लेकिन आईएएस की परीक्षा उन सभी परीक्षाओं में सबसे कठिन परीक्षा होती है लेकिन दोस्तों क्या आपको मालूम है कि आईएएस बनने के लिए कितना रैंक चाहिए हम कितना रैंक प्राप्त करें तो हम आईएएस बन सकते हैं.
नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सब दोस्तों आज आपका इस नए लेख में बहुत-बहुत स्वागत है दोस्तों आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आईएएस बनने के लिए कितना रैंक चाहिए यदि आप इस विषय के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको हमारे इस लेख को शुरुआत से लेकर अंत तक पढ़ने की आवश्यकता है.
क्योंकि तभी आप इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार से प्राप्त कर पाएंगे तो आइए आज के इस लेख को शुरू करते हैं और जानते हैं कि आईएएस बनने के लिए कितना रैंक चाहिए.
आईएएस बनने के लिए कितना रैंक चाहिए ?
दोस्तों यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद उम्मीदवारों को एक रैंक प्राप्त होता है उसी रैंक के अनुसार उनकी पोस्टिंग होती है तो आइए हम जानते हैं कि आईएएस का रैंक कितना होता है और आईएएस बनने के लिए कितना रैंक चाहिए दोस्तों अलग-अलग वर्गों के उम्मीदवार अलग-अलग अंक प्राप्त करके आईएएस बन सकते हैं.
लेकिन सामान्य बात करें तो आईएएस अफसर बनने के लिए उम्मीदवार के पास कम से कम 90 रैंक होना चाहिए तभी वह आईएएस बन सकता है EWS वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आईएएस बनने के लिए कम से कम 300 की रैंक होनी चाहिए.
एससी/ एसटी उम्मीदवारों के लिए कम से कम 450 तक की रैंक होनी चाहिए तभी वह उम्मीदवार आईएएस बन सकते हैं तथा अपनी पोस्टिंग संभाल सकते हैं.
कैसे होता है रैंक का निर्धारण | kaise hota hai rank ka nirdharan
दोस्तों अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि रैंक का निर्धारण कैसे होता है तो दोस्तों हम आपको बता दें कि आईएएस की परीक्षा तीन चरणों में होती है पहला एक्जाम प्रीलिम्स का होता है और दूसरा मेंस का और मेंस एग्जाम को पास करने के बाद ही उम्मीदवार इंटरव्यू तक पहुंचते हैं दोस्तों पहला और दूसरा पेपर दो 2 घंटे का होता है.
प्रीलिम्स एग्जाम में विद्यार्थियों का कटऑफ तैयार होता है और इसी कटऑफ के आधार पर विद्यार्थियों को आगे की परीक्षा में भेजा जाता है यानी कि प्रीलिम्स में उन्हें 33% अंक यानी कि पासिंग मार्क्स तक ही प्राप्त करना होता है प्रीलिम्स की परीक्षा पास करने के बाद विद्यार्थी को मेंस की परीक्षा देने का मौका मिलता है मेंस में कुल 9 पेपर होते हैं.
इन पेपरों में केवल लैंग्वेज पेपर को छोड़कर बाकी के सभी पेपरों के अंक जोड़े जाते हैं और जो विद्यार्थी मेंस का एग्जाम क्लियर कर लेते हैं उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू तीनों को पास करने के बाद उम्मीदवार को जो अंक प्राप्त होते हैं.
उन्ही अंको को जोड़कर उनका रिजल्ट आता है और उन्हें आईएएस के पद पर नियुक्त किया जाता है दोस्तों आईएएस की परीक्षा तीन चरणों में होती है तीनों चरणों के बारे में नीचे हमने आपको विस्तार से बताया है.
1. यूपीएससी प्रीलिम्स
दोस्तो यूपीएससी प्रीलिम्स में दो परीक्षाएं होती हैं पहली परीक्षा जनरल स्टडी की होती है तथा दूसरी परीक्षा क्वालिफिकेशन की होती है पहले पेपर जनरल स्टडी में कटऑफ तैयार होता है जो विद्यार्थी कटऑफ को पार कर जाते हैं उन्हें जनरल परीक्षा देने का मौका मिलता है और दूसरी परीक्षा क्वालिफिकेशन की होती है.
यदि उम्मीदवार क्वालिफिकेशन परीक्षा में पास हो गया तो उम्मीदवार को आगे की परीक्षा में बैठने का मौका मिलता है और इस परीक्षा को पास करने के बाद उम्मीदवार एग्जाम देने के लिए क्वालीफाई हो जाता है.
2. मेंस की परीक्षा
प्रीलिम्स की परीक्षा को पास करने के बाद विद्यार्थियों को मेंस की परीक्षा देने का मौका मिलता है दोस्तों मेंस इसमें कुल 9 परीक्षाएं होती हैं और यह परीक्षाएं लिखित होती हैं इसीलिए यह परीक्षा प्रीलिम्स की परीक्षा से कठिन होती है पहले के दो पेपर भाषा के होते हैं जिसमें आपको अंग्रेजी तथा इंडिया की अपनी भाषा का पेपर देना होता है.
इसके बाद आपका एक पेपर essay का भी होता है essay की परीक्षा में आपको अलग-अलग तरह के दो टॉपिक दिए जाते हैं और आप अपनी रूचि के अनुसार एक टॉपिक पर निबंध लिख सकते हैं इसके बाद उम्मीदवार को जनरल स्टडी के 4 पेपर देने पड़ते हैं और यह चारों पेपर तीन तीन घंटों के होते हैं एक दिन में दो पेपर लिए जाते हैं.
इसके बाद उम्मीदवारों को वैकल्पिक विषय का पेपर देना होता है इसमें पेपर एक तथा पेपर दो होते हैं इस तरह के कुल 9 पेपर होते हैं भाषा पेपर को छोड़कर बाकी सारे पेपरों के अंक मेरिट लिस्ट में जोड़े जाते हैं और उन्हीं लिस्ट के अनुसार आपका रिजल्ट तैयार होता है.
3. इंटरव्यू
प्रीलिम्स और मेंस की परीक्षा को पास करने के बाद विद्यार्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है दोस्तों इंटरव्यू में विद्यार्थी की पर्सनालिटी का अवकलन होता है यानी कि विद्यार्थी कितना कॉन्फिडेंट है और वहां किन परिस्थितियों में किस प्रकार का निर्णय लेता है.
आईएएस की परीक्षा में सबसे कठिन इंटरव्यू भी होता है और इंटरव्यू में कुल उम्मीदवारों में से 2% उम्मीदवार ही पास होते हैं इंटरव्यू में विद्यार्थी से सवाल पूछे जाते हैं और उन सवालों का जवाब देने पर उन्हें कुल अंकों में से कुछ अंक प्राप्त होते हैं.
तीनों परीक्षाओं को देने के बाद इन्हीं परीक्षाओं के अंकों के आधार पर यह यह चयन किया जाता है कि उम्मीदवार का रैंक का कितना बनता है रैंक में पास होने के बाद कुछ विद्यार्थी आईएएस कुछ विद्यार्थी आईपीएस बनते हैं इसमें विद्यार्थियों को अपनी इच्छा अनुसार पोस्ट चुनने का मौका मिलता है.
2021 में आईएएस बनने के लिए कितना रैंक चाहिए था ? | 2021 me IAS banne ke liye Kitna rank chahiye tha ?
- जनरल कैटेगरी के उम्मीदवारों को आईएएस बनने के लिए 77 रैंक की आवश्यकता थी.
- ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के उम्मीदवारों को आईएएस बनने के लिए 320 रैंक प्राप्त करनी थी.
- एससी कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए 502 रैंक थी.
- एचटी उम्मीदवारों के लिए 547 रैंक का थी.
- ओबीसी कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए आईएएस बनने के लिए रैंक 338 थी.
FAQ: आईएएस बनने के लिए कितना रैंक चाहिए ?
आईएएस बनने के लिए कितने अंक चाहिए ?
यूपीएससी की परीक्षा कितने चरणों में होती है ?
एक आईएएस अफसर की सैलरी कितनी होती है ?
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस लेख में हमने आपको बताया है कि आईएएस बनने के लिए कितना रैंक चाहिए यदि आपने हमारे इस लेख को शुरुआत से लेकर अंत तक ध्यान पूर्वक पढ़ा है तो आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार से प्राप्त हो गई होगी उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ हो.
दोस्तों यदि आपके मन में इस लेख से रिलेटेड कोई भी सवाल है तो आप अपने सवाल को कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं हम आपके सवाल का जवाब देने के लिए सदा तत्पर रहते हैं यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो इसे शेयर करना बिल्कुल भी ना भूले आईएएस बनने के लिए कितना रैंक चाहिए को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.