IAS officers – भारत में कितने आईएएस है? कर्तव्य, विभाग, राज्य पूरी जानकारी | India me kitne ias hai

भारत में कितने आईएएस है ? | India me kitne ias hai : हेलो नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सब दोस्तों आज आपका इस नए लेख में बहुत-बहुत स्वागत है दोस्तों आज के इस लेख में हम बात करेंगे कि भारत में कितने आईएएस हैं आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) भारत की सबसे प्रतिष्ठित सिविल सेवा में से एक है.

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यह देश के सिविल सेवाओं की शाखा है और देश के प्रशासनिक मामलों के प्रबंधक के लिए जिम्मेदार होती है कक्षा 12 या ग्रेजुएशन करने के बाद अक्सर विद्यार्थियों का सपना आईएएस अधिकारी बनना होता है.आईएएस अधिकारी जिले के विकास के लिए कार्य करते हैं.

वे जिले के स्कूल, अस्पताल, पुल, राजमार्ग, और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं के विकास की निगरानी करते हैं.

भारत में कितने आईएएस है ? | India me kitne ias hai ?

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2021 तक भारत में IAS अधिकारियों की कुल संख्या लगभग 5,004 है और 2023 में इनकी संख्या 6,500 हो गई है. IAS अधिकारी भारत के विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में तैनात होते हैं. IAS अधिकारी भारत में सबसे प्रतिष्ठित सिविल सेवाओं में से एक हैं और वे विभिन्न सरकारी कार्यों में नियोजित होते हैं जैसे कि-

  • योजनाएँ
  • नीतियाँ
  • प्रशासनिक कार्य

उनकी भूमिका देश के प्रशासनिक नेतृत्व में महत्वपूर्ण होती है और उन्हें सामान्यतः

  • ज़िला कलेक्टर
  • विभागीय सचिव
  • निदेशक
  • अनुमानित आयुक्त

आदि के रूप में नियुक्त किया जाता है.

IAS अधिकारियों की संख्या प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश में क्षेत्र की जनसंख्या, आवश्यक प्रशासनिक कार्य के स्तर और उपलब्ध रिक्तियों की संख्या के आधार पर निर्धारित की जाती है. यह निर्धारण भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के राष्ट्रीय स्तर के संघीय आयोग (Union Public Service Commission – UPSC) द्वारा किया जाता है.

UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को अलग-अलग राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में IAS अधिकारी के पदों के लिए नियुक्ति प्राप्त होती है.

स्टेटआईएएस के स्वीकृत पदटोटल आईएएस अधिकारीआईएएस अधिकारी के रिक्त पद
बिहार34224399
मध्य प्रदेश43934198
तमिलनाडु37628987
उत्तर प्रदेश621515106 
महाराष्ट्र36131348
एजीएमयूटी33727958
राजस्थान31324399
पश्चिम बंगाल35927782
गुजरात29724156
कर्नाटक31421599
असम मेघालय262221 42
पंजाब22118239
आंध्र प्रदेश21117041
केरल23115081
हरियाणा20515550
छत्तीसगढ़19315439
झारखंड23114471
तेलंगाना21513078
हिमाचल प्रदेश20811532
जम्मू कश्मीर1379146
मणिपुर1479124
त्रिपुरा967620
नागालैंड1206733
उत्तराखंड948727
सिक्किम483711
टोटल650050041496

IAS अधिकारियों की संख्या का निर्धारण कैसे होता है ?

प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश में IAS अधिकारियों की संख्या का निर्धारण कई तत्वों पर निर्भर करता है. ये तत्व निम्नलिखित हैं.

1. क्षेत्र की जनसंख्य

एक राज्य या केंद्रशासित प्रदेश की जनसंख्या बड़ी होने के कारण, उसकी आवश्यकता भी अधिक होगी और वहां कुछ अधिक IAS अधिकारियों की संख्या हो सकती है.

2. प्रशासनिक कार्य के स्तर

किसी राज्य या केंद्रशासित प्रदेश के प्रशासनिक कार्य के स्तर पर भी IAS अधिकारियों की आवश्यकता परिभाषित होती है. अधिक विकासशील और व्यस्त क्षेत्रों में अधिक IAS अधिकारी नियुक्त किए जाते हैं.

3. रिक्तियों की संख्या

राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों में नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान रिक्तियों की संख्या भी महत्वपूर्ण फैक्टर होती है. अधिक रिक्तियां होने पर अधिक IAS अधिकारी की भर्ती की जाती हैं. इस प्रकार प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश अपने आवश्यकतानुसार IAS अधिकारियों की संख्या निर्धारित करते हैं यह संख्या समय-समय पर परिवर्तित होती रहती है ताकि प्रशासनिक आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके.

आईएएस अधिकारियों के विभिन्न विभाग

आईएएस अधिकारियों को भारत में विभिन्न सरकारी विभागों में नियुक्त किया जाता है. उनकी विभागों की एक सूची निम्नलिखित है.

1. संघ लोक सेवा

आईएएस अधिकारियों का मुख्य नियमित नियोजन संघ लोक सेवा (IAS) में होता है. यह संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा नियुक्ति और प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से होता है.

2. नगर विकास विभाग

आईएएस अधिकारियों को नगर विकास विभाग में नियुक्त किया जाता है जहां वे नगरीय क्षेत्रों के प्लानिंग, विकास, और प्रबंधन से संबंधित कार्यों को संचालित करते हैं.

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3. आयुक्तालय

आईएएस अधिकारियों को आयुक्तालयों (केंद्रीय और राज्य) में नियुक्त किया जाता है. जहां वे सरकारी नीतियों और कानूनों के पालन और निर्देशानुसार कार्य करते हैं.

4. जिला प्रशासन

आईएएस अधिकारियों को जिला प्रशासनिक विभाग में नियुक्त किया जाता है जहां वे जिले के –

  • प्रशासनिक कार्यों
  • विकास योजनाओं
  • सार्वजनिक सुविधाओं
  • न्यायिक मामलों

के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होते हैं.

5. वित्त विभाग

IAS अधिकारियों को वित्त विभागों में नियुक्त किया जाता है, जहां वे

  • सरकारी बजट
  • वित्तीय नियमों
  • कर संरचना
  • अन्य वित्त

संबंधित कार्यों का प्रबंधन करते हैं.

6. विभागीय सचिवालय

आईएएस अधिकारियों को विभागीय सचिवालयों में नियुक्त किया जाता है जहां वे विभाग की

  • प्रशासनिक नीति
  • कार्यान्वयनिक

कार्य प्रबंधित करते हैं.

इसके अलावा आईएएस अधिकारी विभिन्न सरकारी उपक्रमों, मंत्रालयों, संगठनों, और केंद्रीय निकायों में भी नियुक्त होते हैं जहां वे विशेष क्षेत्र के कार्यों का प्रबंधन करते हैं.

भारत में कितने आईएएस है ? उनका कर्तव्य

IAS अधिकारियों के कर्तव्य विविध होते हैं और वे नियुक्ति के अनुसार अपने कार्यों को संपादित करते हैं. कुछ महत्वपूर्ण कर्तव्य निम्नलिखित हैं.

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1. प्रशासनिक कार्य

आईएएस अधिकारी को प्रशासनिक कार्यों का प्रबंधन करना पड़ता है. इसमें-

  • शासन देशों का पालन करना
  • निर्देशानुसार कार्य संचालित करना
  • आपराधिक मामलों का समाधान करना
  • अनुमतियों के प्रबंधन करना
  • विभिन्न सरकारी सुविधाओं का प्रबंधन करना शामिल है.

2. नीति-निर्माण

IAS अधिकारी नीति-निर्माण के क्षेत्र में भी कार्य करते हैं. इसमें-

  • विभिन्न क्षेत्रों के लिए योजनाओं का विकास
  • सरकारी नीतियों के आंकलन और मूल्यांकन
  • सामाजिक विकास योजनाओं का प्रबंधन
  • सार्वजनिक क्षेत्र के विकास के लिए नीतियों की तैयारी करना शामिल है.

3. कार्यान्वयन

आईएएस अधिकारी को सरकारी योजनाओं और प्रोजेक्ट्स के कार्यान्वयन का निर्देशन करना पड़ता है. इसमें-

  • योजना की अच्छी प्रगति की निगरानी करन
  • संसाधनों का प्रबंधन करना
  • प्रोजेक्ट्स की मॉनिटरिंग करना
  • सामान्य जनता की सेवा के लिए योजनाओं को संचालित करना शामिल है.

4. संविधानिक और कानूनी मामलों का प्रबंधन

IAS अधिकारी को संविधानिक और कानूनी मामलों का प्रबंधन करना पड़ता है. इसमें-

  • कानून और न्याय से संबंधित मामलों का समाधान करना
  • कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करना
  • संविधानिक अधिकारों की सुरक्षा का ध्यान रखना है.

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5. विभागीय सहयोग

आईएएस अधिकारियों को विभागीय सहयोग भी प्रदान करना पड़ता है. इसमें-

  • विभाग के अन्य कर्मचारियों के साथ सहयोग करना
  • निर्देशानुसार कार्य करना
  •  संगठनात्मक संयोजन और टीमवर्क करना शामिल है

यह सूची केवल कुछ मुख्य कर्तव्यों को दर्शाती है और आईएएस अधिकारियों के कार्यक्षेत्र में और भी बहुत कुछ शामिल होता है. उनका प्रमुख उद्देश्य-

  • सार्वजनिक सेवा
  • सामाजिक न्याय
  • देश के विकास को सुनिश्चित करना है.

भारत में कितने आईएएस है ? हर साल कितने IAS ऑफ़िसर नियुक्त किये जाते है ?

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संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से हर साल औसतन 180 आईएएस अधिकारियों की नियुक्ति की जाती है. हालांकि रिक्तियों की उपलब्धता के आधार पर नियुक्तियों की संख्या साल-दर-साल भिन्न हो सकती है. उदाहरण के लिए 2022 में 182 आईएएस अधिकारियों को नियुक्त किया गया था.

यूपीएससी की परीक्षा कितने चरणों में होती है ?

UPSC सिविल सेवा परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है और केवल सबसे अच्छे और प्रतिभाशाली उम्मीदवारों का चयन किया जाता है. परीक्षा को तीन चरणों में बांटा गया है.

  1. प्रारंभिक परीक्षा
  2. मुख्य परीक्षा
  3. व्यक्तित्व परीक्षण

प्रारंभिक परीक्षा एक लिखित परीक्षा है जो हर साल लाखों उम्मीदवारों द्वारा ली जाती है. मुख्य परीक्षा अधिक कठिन लिखित परीक्षा है जो प्रारंभिक परीक्षा पास होने वाले उम्मीदवारों द्वारा ली जाती है. व्यक्तित्व परीक्षण एक साक्षात्कार है जो विशेषज्ञों के एक पैनल द्वारा आयोजित किया जाता है.

FAQ: भारत में कितने आईएएस है

आईएएस अधिकारी किस क्षेत्र में कार्य करते हैं?

आईएएस अधिकारी समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करते हैं जैसे कि सुशासन, शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रशासनिक सुधार, सामाजिक न्याय आदि. वे सरकारी निर्णयों को लेते हैं और सार्वजनिक सेवा प्रदान करते हैं ताकि समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान किया जा सके.

भारत में कुल कितने आईएएस अधिकारी हैं?

भारत में कुल 6500 आईएएस अधिकारी हैं .

आईएएस की परीक्षा में कौन-कौन से विषय शामिल होते हैं?

आईएएस परीक्षा में सामान्य अध्ययन, सामाजिक विज्ञान, भूगोल, इतिहास, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, सामान्य विज्ञान, मानसिक योग्यता, सामान्य अंग्रेजी, हिंदी और एक वैकल्पिक विषय शामिल होते हैं.

आईएएस के पदों के लिए आवेदन कैसे किया जाता है?

आईएएस के पदों के लिए आवेदन ऑनलाइन माध्यम से संघीय लोक सेवा आयोग की वेबसाइट (www.upsc.gov.in) पर किया जाता है. अधिकारिक अधिसूचनाओं में विस्तृत जानकारी दी जाती है जो उम्मीदवारों को प्राप्त करनी चाहिए.

आईएएस की परीक्षा कैसे आयोजित की जाती है?

आईएएस परीक्षा संघीय लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की जाती है. यह तीन चरणों में आयोजित की जाती है - प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स), मुख्य परीक्षा (मेन्स) और व्यक्तिगतिक परीक्षा (इंटरव्यू).

आईएएस पद के लिए चयनित होने के बाद क्या होता है?

चयनित उम्मीदवार आईएएस पद को दाखिला लेते हैं और संघीय सरकार के अधीन कार्य करते हैं. वे अपने नियुक्ति स्थान पर कार्य करके सार्वजनिक सेवा प्रदान करते हैं और निर्धारित क्षेत्र में राष्ट्रीय विकास के लिए कार्य करते हैं.

निष्कर्ष:

दोस्तों आज हमने जाना कि भारत में कितने आईएएस हैं? आईएएस अधिकारी भारतीय प्रशासनिक सेवा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उनका कार्यक्षेत्र व्यापक होता है और वे सरकारी कार्यों के प्रबंधन, नीति-निर्माण, कार्यान्वयन, सामाजिक न्याय, और सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में काम करते हैं.

उन्हें सुविधाओं के प्रबंधन, विभागीय सचिवालय के कार्य, और संविधानिक और कानूनी मामलों का प्रबंधन करना पड़ता है. भारत में आईएएस अधिकारियों की संख्या 6500 है और इनकी नवीनतम भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से सरकार इनकी संख्या को बढ़ाने का प्रयास कर रही है.

इसका उद्देश्य सुशासन, उच्चतम स्तर की प्रशासनिक योग्यता, और देश के विकास को सुनिश्चित करना है. आईएएस अधिकारियों की भूमिका न केवल प्रशासनिक कार्यों में महत्वपूर्ण होती है बल्कि वे भारतीय समाज की बदलती आवश्यकताओं को समझते हुए नई नीतियों और कार्यक्रमों का विकास भी करते हैं. भारत में कितने आईएएस हैं को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद.

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