काउंसलिंग के लिए कितने नंबर चाहिए ? | Counselling ke liye kitne number chahiye : कुछ ऐसे विद्यार्थी होते हैं जो बड़े लेवल की परीक्षाएं देते हैं लेकिन परीक्षा देने के बाद उनके मन में एक सवाल रहता है कि काउंसलिंग के लिए कितने नंबर चाहिए क्योंकि काउंसलिंग दो तरह से होती है एक मेडिकल क्षेत्र के अंतर्गत कोर्स में एडमिशन के लिए तथा दूसरा अच्छा सरकारी कॉलेज में एडमिशन पाने के लिए जोकि विद्यार्थियों के लिए बहुत बड़ी समस्या होती है.
अगर आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है तो कोई बात नहीं है हम यहां पर आपको दोनों तरह के कॉलेज में एडमिशन पाने के लिए काउंसलिंग में कितने नंबर चाहिए ? के बारे में अपने लेख के माध्यम से बताएंगे लेकिन उसके लिए आप लोगों को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना जरूरी है तभी आपको विस्तार पूर्वक जानकारी मिल पाएगी.
काउंसलिंग के लिए कितने नंबर चाहिए ? | Counselling ke liye kitne number chahiye ?
जिन विद्यार्थियों ने काउंसलिंग पास कर लिया है या फिर काउंसलिंग करना चाहते हैं तो मैं आपको बता दूँ कि काउंसलिंग के लिए न्यूनतम अंक 380 होने चाहिए तथा इससे अधिक चाहिए उदाहरण के तौर पर हम आपको बता दें कि जैसे यदि कोई परीक्षा 600 अंक की है तो आपको इसमें से आधे से अधिक अंक लाना पूर्ण रूप से अनिवार्य है.
यदि आप आधे अंको से कम नंबर लेकर आते हैं तो आप परीक्षा में फेल माने जाते हैं इसलिए आपको पूर्णांक के मुताबिक आधे से ज्यादा मार्क्स लाना प्रमुख रूप से आवश्यक है तभी आपका काउंसलिंग के लिए सलेक्शन हो पाएगा.
हालाँकि देखा जाए तो काउंसलिंग सभी कॉलेज के अनुसार अलग-अलग होती है कुछ ऐसे कॉलेज होते हैं जिनमे कम मार्क्स वाले विद्यार्थियों का भी एडमिशन ले लिया जाता है लेकिन जो विद्यार्थी मेडिकल फील्ड के अंतर्गत काउंसलिंग करना चाहते हैं.
उन्हें न्यूनतम 560 अंक से अधिक मार्क्स लाना जरूरी है तो हम यहां पर आपको अलग-अलग प्रकार के कोर्स और कुछ मेडिकल क्षेत्र के अंतर्गत कोर्स के बारे में जानकारी देंगे और इन सभी क्षेत्रों से विद्यार्थी को काउंसलिंग के लिए कितने अंक लाना अनिवार्य है के विषय में नीचे विवरण दिया गया है.
काउंसलिंग कैसे होती है ?
अगर आप किसी भी कॉलेज में काउंसलिंग के लिए जाते हैं तो जो संस्थान प्रवेश देती हैं वह आपके द्वारा दिए गए सभी प्रकार के डाक्यूमेंट्स की अच्छी तरह से वेरिफिकेशन करती हैं और काउंसलिंग में अंक आपके द्वारा दिए गये प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर तय किए जाते हैं जितने ही अच्छे आपके प्रवेश परीक्षा में मार्क्स होंगे उतना ही बढ़िया आपको कॉलेज भी मिलेगा.
काउंसलिंग के बाद विद्यार्थी को दो तरह के कॉलेज मिलते हैं एक प्राइवेट कॉलेज तथा दूसरा सरकारी कॉलेज मिलता है जैसा कि आपको पता ही होगा कि प्राइवेट कॉलेज में कोई भी कोर्स करें तो उसकी फीस सरकारी कॉलेज की अपेक्षा महंगी ही रहती है तो जिन विद्यार्थियों को सरकारी कॉलेज नहीं मिल पाता है तो उन्हें प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेना पड़ता है.
यह इस वजह से ही होता है क्योंकि विद्यार्थी के प्रवेश परीक्षा में मार्क्स अच्छे नहीं है जिस कारण उन्हें सरकारी कॉलेज नहीं मिल पाता है. इसलिए आप जितने अच्छे प्रवेश परीक्षा में मार्क्स प्राप्त करेंगे उसी के आधार पर आपको कॉलेज भी निर्धारित किया जाएगा.
काउंसलिंग के लिए आवश्यक दस्तावेज
काउंसलिंग के लिए विद्यार्थी को निम्नलिखित प्रकार के डॉक्यूमेंट देने होते हैं जिनका विवरण नीचे दिया गया है जो इस प्रकार है :
1. | कक्षा 10 का अंक पत्र और प्रमाण पत्र, मूल प्रमाण पत्र व दो फोटो कॉपी |
2. | कक्षा 12 का प्रमाण पत्र और अंक पत्र |
3. | स्नातक के तीनों वर्ष का अंक पत्र, मूल प्रमाण पत्र व दो फोटो कॉपी |
4. | स्नातक की डिग्री |
5. | माइग्रेशन यूनिवर्सिटी बदलने पर, मूल प्रमाण पत्र व दो फोटो कॉपी |
6. | स्वास्थ्य प्रमाण पत्र |
7. | आवंटन पत्र |
8. | रैंक का रिजल्ट |
9. | जाति प्रमाण पत्र केवल आरक्षित श्रेणी के लिए |
10. | निवास प्रमाण पत्र |
11. | आय प्रमाण पत्र |
12. | पासपोर्ट साइज फोटो |
13. | TC या ट्रांसफर सर्टिफिकेट |
14. | चरित्र प्रमाण पत्र |
15. | पाठ्यक्रम का रजिस्ट्रेशन फॉर्म |
नीट में काउंसलिंग के लिए कितने नंबर चाहिए ?
यदि कोई विद्यार्थी नीट की परीक्षा की तैयारी कर रहा है और जल्दी परीक्षा होने वाली है तो विद्यार्थी को कड़ी से कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है क्योंकि विद्यार्थी को नीट में काउंसलिंग के लिए अधिक से अधिक नंबर लाना अनिवार्य है अगर परीक्षा में पूर्णांक 600 अंकों का है तो इसमें से आपको 590 अंक लाने मुख्य रूप से जरूरी है.
लेकिन अगर आप इतने मार्क्स नहीं ले आते हैं तब भी आपको पूर्णांक से आधे मार्क्स लाना चाहिए यदि आपके मार्क्स 500 से अधिक है तो आपको काउंसलिंग के लिए चुन लिया जाता है हालांकि सभी वर्ग के विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग अंक निर्धारित है जिनका विवरण नीचे बिंदु के माध्यम से दिया गया है.
- हालांकि सामान्य वर्ग की विद्यार्थी के लिए 590 से अधिक अंक होना आवश्यक है.
- ओबीसी कैटिगरी के विद्यार्थी के लिए 575 से अधिक अंक लाना आवश्यक है.
- एससी/एसटी वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 560 से अधिक अंक लाना जरूरी होता है.
B.Ed में काउंसलिंग के लिए कितने नंबर चाहिए ?
जो विद्यार्थी B.Ed (Bachelor of Education) की पढ़ाई करते है या B.Ed की परीक्षा देते हैं उन विद्यार्थियों को B.Ed में काउंसलिंग के लिए न्यूनतम 40 से 45% मार्क्स लाना अनिवार्य है तथा जो विद्यार्थी इस परीक्षा में इससे भी अधिक मार्क्स ले आते हैं उन विद्यार्थियों को काउंसलिंग के लिए आसानी से चुन लिया जाता है.
इसलिए विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा तैयारी करने की आवश्यकता रहती है आप जितने अच्छे मार्क्स से परीक्षा पास करेंगे उतनी ही आसानी से आपको काउंसलिंग भी मिल जाएगी और आपको सरकारी कॉलेज में एडमिशन मिल जायेगा.
बीएसटीसी में काउंसलिंग के लिए कितने नंबर चाहिए ?
अगर आपको यह जानकारी नहीं है कि बीएसटीसी में काउंसलिंग के लिए कितने मार्क्स लाना चाहिए ? तो हम आपको बता दे कि यदि कोई विद्यार्थी राजस्थान से बीएसटीसी की परीक्षा दे रहा है तो उसे काउंसलिंग में सेलेक्ट होने के लिए 580 नंबर से अधिक नंबर लाना जरूरी है.
हालांकि जो विद्यार्थी 380 से अधिक अर्थात 400 से 500 मार्क्स परीक्षा में ले आते हैं उन विद्यार्थियों को बीएसटीसी में काउंसलिंग के लिए चयन कर लिया जाता है और उन्हें अच्छे कॉलेज में एडमिशन भी मिल जाता है.
- सामान्य वर्ग के विद्यार्थी को बीएसटीसी की काउंसलिंग के लिए 50% मार्क्स लाना बेहद जरूरी है.
- ओबीसी, एससी/एसटी के विद्यार्थियों को बीएसटीसी की काउंसलिंग के लिए 40% मार्क्स लाना आवश्यक है.
राजस्थान बीएसटीसी परीक्षा पैटर्न
Subject | Number of questions | Score |
Mental ability | 50 | 150 |
teaching aptitude | 50 | 150 |
General information about Rajasthan | 50 | 150 |
English | 20 | 60 |
Hindi | 30 | 90 |
Sanskrit | 30 | 90 |
- राजस्थान बीएसटीसी के पेपर में कुल 4 खंड होते हैं और प्रत्येक खंड में 50 प्रश्न होते हैं
- सभी प्रश्न बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं.
- बीएसटीसी का पेपर अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में होता है.
- परीक्षा में कुल 200 प्रश्न पूछे जाते हैं और पूर्णांक 600 अंकों का होता है.
- परीक्षा में प्रत्येक प्रश्न तीन अंक का होता है.
- प्रश्न पत्र को हल करने के लिए विद्यार्थी को 3 घंटे का समय दिया जाता है.
- परीक्षा में कोई negative marking नहीं होती है और यह परीक्षा ऑफलाइन माध्यम से होती है.
बीएसटीसी की परीक्षा में कट ऑफ कितना होता है ?
जो विद्यार्थी बीएसटीसी की काउंसलिंग के लिए entrance exam की परीक्षा देते हैं और एंट्रेंस एग्जाम में उत्तीर्ण हो जाते हैं लेकिन प्रवेश परीक्षा के बाद कट ऑफ मार्क की वजह से विद्यार्थी पास नहीं हो पाते हैं और अधिकतर कॉलेज cut off marks के अनुसार ही विद्यार्थी को मिलते हैं. हम यहां पर आपको बता दें कि राजस्थान bstc course में उत्तीर्ण होने के लिए विद्यार्थियों की परीक्षा में कट ऑफ मार्क्स दिए जाते हैं जिनका विवरण सारणी के माध्यम से नीचे दिया गया है जो इस प्रकार है :
Category | Cut off |
General Category | 430 – 445 |
ST category | 380 – 425 |
SC category | 370 – 410 |
OBC Category | 370 – 410 |
अधिक जानकारी के लिए इसे पढ़ें: BSTC योग्यता age – सब्जेक्ट, Syllabus और टॉप कॉलेजों की सूची | BSTC Ke Liye Yogyata Age – Top College List
FAQ: काउंसलिंग के लिए कितने नंबर चाहिए ?
बीएसटीसी में कितने नंबर आने पर कॉलेज मिलती है?
बीएसटीसी की 1 साल की फीस कितनी है?
बीएसटीसी का फुल फॉर्म क्या होता है?
बीएसटीसी से क्या नौकरी मिलती है?
निष्कर्ष
दोस्तों जैसा की हमने आप लोगों को अपने इस लेख के माध्यम से काउंसलिंग के लिए कितने नंबर चाहिए के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी है तथा इसके अलावा किन कोर्स के लिए काउंसलिंग में कितने अंक लाना चाहिए उनके बारे में जानकारी दी है . यदि आप लोग हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ेंगे तो हम आशा करते हैं कि आप लोगों को हमारा या लेख कारगर साबित होगा और हमारी बताई गई जानकारी आपको फायदेमंद होगी. धन्यवाद!