Social science kise kahte hai ? | सामाजिक विज्ञान किसे कहते हैं : दोस्तों आज हम अपने लेख के माध्यम से बात करने वाले हैं कि सामाजिक विज्ञान किसे कहते हैं तथा इसका अर्थ, परिभाषा, तथा इसके जनक आदि के विषय में सामाजिक विज्ञान से जुड़ी सभी जानकारी के बारे में जानकारी बताने वाले हैं लेकिन इसके लिए आप लोगों को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा.
सामाजिक विज्ञान के अंतर्गत समाज से जुड़ी विषयों के बारे में व्यापक अध्ययन किया जाता है समाज में रहने वाले मनुष्य तथा जीवो का अध्ययन को ही सामाजिक विज्ञान कहा जाता है सामाजिक विज्ञान मानव विषय से संबंधित एक विषय है.
जिसमें मानव से संबंधित क्रियाकलापों का गहन अध्ययन किया जाता है जैसा कि आप लोगों का सवाल यह है कि सामाजिक विज्ञान किसे कहते हैं? तो इसके बारे में हम विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे. तो चलिए हम आप लोगों को सामाजिक विज्ञान किसे कहते हैं? तथा इससे संबंधित अन्य जानकारी भी उपलब्ध करते हैं ताकि आप लोगों को सामाजिक विज्ञान से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त हो जाए.
सामाजिक विज्ञान, विज्ञान की वह शाखा है जिसके अंतर्गत मानव समाज से संबंधित विषयों का अध्ययन किया जाता है सामाजिक विज्ञान में मानव सभ्यता से जुड़े प्रत्येक तथ्य का अध्ययन किया जाता है सामाजिक विज्ञान के अंतर्गत
- अर्थशास्त्र
- भूगोल
- कानून
- राजनीति
- इतिहास
- पुरातत्व
- भाषा विज्ञान
- शिक्षाशास्त्र और समाजशास्त्र
- लोक प्रशासन
आदि विषयों का अध्ययन किया जाता है अगर सरल भाषा में समझें तो हम समाज में कैसे रह रहे हैं? हमारा इतिहास क्या है? प्राचीन काल में मानव सभ्यता कैसी थी? सामाजिक विज्ञान में इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाओं आदि का अध्ययन किया जाता है इसकी मदद से हमें आधुनिक समाज और इंसानों के बारे में जानना आसान हो जाता है.
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सामाजिक विज्ञान के जनक कौन है ? |
सामाजिक विज्ञान का वर्णन कहीं कहीं पर नीति विज्ञान के रूप में किया गया है तथा सामाजिक विज्ञान को दूसरे शब्दों में समाजशास्त्र भी कहा जाता है समाजशास्त्र शब्द की खोज लगभग 1938 में फ्राँस के महान दार्शनिक ‘ऑगस्त कॉम्ट’ (August comte) ने किया था लेकिन मूल रूप से आमतौर पर सामाजिक विज्ञान के जनक एडम स्मिथ को माना गया है.
सामाजिक विज्ञान का अर्थ
सामाजिक विज्ञान को अंग्रेजी भाषा में Social Science कहा जाता है जो दो शब्दों Social और Science से मिलकर बना हुआ है जिसमे Social का अर्थ – मानव का उसके सामाजिक परिवेश में अध्ययन करना तथा Science का अर्थ – मानव का उसके परिवेश में क्रमबद्ध एवं व्यवस्थित अध्ययन करना.
आमतौर पर सामाजिक विज्ञान का शाब्दिक अर्थ समाज का विज्ञान होता है समाज में रहने वाले मानव – जीवो का अध्ययन करना ही सामाजिक विज्ञान कहलाता है इसके अंतर्गत समाज में हो रहे बदलाव और आवश्यकताओं का व्यापक रूप से अध्ययन किया जाता है.
सामाजिक विज्ञान को वैज्ञानिकों ने कला एवं विज्ञान दोनों के रूप में स्वीकार किया है क्योंकि इसमें कौशल के साथ-साथ वैज्ञानिक पद्धति का भी उपयोग किया जाता है सामाजिक विषय अध्ययन के दौरान विभिन्न विषयों को सम्मिलित किया जाता है जैसे-
- political science
- home Science
- Geography
- History
- Economics
आदि क्योंकि इन सभी विषयों को आधार बनाकर ही समाज की स्थिति का वर्णन किया जाता है.
सामाजिक विज्ञान की परिभाषा
सामाजिक विज्ञान वह विज्ञान है जो मानव समाज के संपूर्ण ज्ञान सत्य तथा सामान्य सिद्धांतों में परिचित कराता है इसकी विभिन्न परिभाषाएं प्रस्तुत करती है कि सामाजिक विज्ञान भी एक विज्ञान ही है. सामाजिक विज्ञान की परिभाषा अलग-अलग सामाजिक वैज्ञानिकों ने भिन्न-भिन्न परिभाषाएं अपने शब्दों में प्रस्तुत की है जिनमें से कुछ मुख्य परिभाषाएं निम्नलिखित है.
1. वार्ड के अनुसार
” समाजशास्त्र समाज का विज्ञान है.”
2. समुदाय आयोग के अनुसार
“सामाजिक विज्ञान वह है जो राष्ट्र के युवाओं में मूल्यों का विकास करता है, जिसके माध्यम से उनमें नैतिक मूल्यों का विकास होता है.”
3. चार्ल्स ए. वीयर्ड के शब्दों में
“सामाजिक विज्ञान मानवीय क्रियाकलापों का अध्ययन करता है यह मानव समाज का विकास एवं उसके सामूहिक विचार के माध्यम से मानवीय ज्ञान कैसे प्राप्त किया जाता है?, इस विषय का अध्ययन करता है.”
4. विश्वकोश के अनुसार
“सामाजिक विज्ञान ऐसी विषय हैं जो मानव विकास से संबंधित हैं और जो मानव सामाजिक समूहों के व्यवहार का अध्ययन करते हैं.”
5. न्यू सेंचुरी डिक्शनरी के अनुसार
“सामाजिक विज्ञान उन विज्ञानों का समूह है जो मानव की स्थिति समुदाय तथा अस्तित्व में उसके स्थान की विवेचना करता है.”
6. एनसाइक्लोपीडिया आफ एजुकेशन रिसर्च के अनुसार
” सामाजिक विज्ञान सामग्रियों का वह समूह है जो मानव के मानवीय संबंधों से संबंध रखती है.”
7. पीटर लुईस के शब्दों में
“सामाजिक विज्ञान उन नियमों से संबंध रखता है जो मनुष्य के समाज तथा सामाजिक विकास को संचालित करता है.”
8. वेब्स्टर थर्ड न्यू इंटरनेशनल डिक्शनरी के अनुसार
सामाजिक विज्ञान ज्ञान की वह शाखा है जो मानव समाज के कार्य एवं उससे संबंधित संस्थाओं तथा मानवीय संबंधों की व्याख्या करता है.”
9. एन. के. मेकेन्जीन के शब्दों में
“सामाजिक विज्ञान में वह सभी शैक्षणिक आयाम है जो मनुष्य तथा उसके सामाजिक परिवेश से जुड़े हुए हैं इसमें मानव समूह की बनावट एवं गुना का अध्ययन करते हैं एकाकी व्यक्ति दूसरे व्यक्तियों और उनके वातावरण के साथ किस तरह का व्यवहार करता है.”
10. मेकपिलन मॉडर्न डिक्शनरी के अनुसार
“सामाजिक विज्ञान समाज के विकास एवं उसकी संरचना का अध्ययन करता है.”
11. एनसाइक्लोपीडिया ब्रिटेनिका के अनुसार
” सामाजिक विज्ञान वह विज्ञान है जो सामाजिक मानव व्यवहार का एक सुव्यवस्थित खोजपूर्ण अध्ययन है.”
उपर्युक्त परिभाषाओं को देखते हुए स्पष्ट रूप से यह कहा जा सकता है कि सामाजिक विज्ञान में रहने वाली मानव इकाई का अध्ययन किया जाता है जो समाज में रहता है तथा इसमें मानव समूह के अन्य मनुष्यों एवं संस्थाओं के साथ संबंधों का विश्लेषण किया जाता है.
इस प्रकार सामाजिक विज्ञान में मानव समुदाय से संबंधित विभिन्न पहलों के प्रामाणिक ज्ञान का व्यवस्थित एवं विस्तृत अध्ययन किया जाता है.
सामाजिक विज्ञान की विशेषतायें
सामाजिक विज्ञान की विशेषताएं प्रमुख रूप से इस प्रकार है.
- सामाजिक विज्ञान मानव एवं जीवो के व्यवहार का अध्ययन करता है.
- सामाजिक विज्ञान मानव और समाज का केंद्र बिंदु है.
- सामाजिक विज्ञान को समाज का विज्ञान कहा जाता है इसमें वैज्ञानिक पद्धति को आधार बनाकर समाज का अध्ययन किया जाता है.
- समाज में होने वाली मांगें तथा उनमें हो रहे बदलाव का विस्तृत अध्ययन करके उसको सही मार्ग की ओर अग्रसर करती है.
- ज्ञान की शाखा में सामाजिक विज्ञान एक नवीन आयाम है.
- सामाजिक विज्ञान का अध्ययन क्षेत्र बहुत व्यापक है.
- सामाजिक विज्ञान समाज में रहने वाले मानव के व्यवहार का अध्ययन है.
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सामाजिक विज्ञान का विषय-क्षेत्र
सामाजिक विज्ञान के विषय क्षेत्र के अंतर्गत समस्त ज्ञान को क्रमिक रूप से तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है जैसे –
- प्राकृतिक विज्ञान
- मानविकी
- सामाजिक विज्ञान
सामाजिक विज्ञान को तीसरे स्थान पर रखने का ज्ञान जगत के विश्लेषण के आधार पर इसका कारण यह है की सामाजिक विज्ञान का उद्भव ज्ञान जगत में सबसे अंत में हुआ है इसलिए इसको ज्ञान जगत के विश्लेषण के आधार पर तीसरे स्थान पर रखा गया है.
यदि सामाजिक विज्ञान के विषय क्षेत्र का व्यापक रूप से अध्ययन किया जाए तो इससे यह पता चलता है की वर्तमान में प्रतिदिन नए-नए विषयों का विकास हो रहा है इस तरह से सामाजिक विज्ञान की विषय क्षेत्र के अंतर्गत समाहित होने वाले विषयों का उल्लेख करना एक अत्यंत जटिल कार्य है.
संक्षेप में कहा जा सकता है ज्ञान जगत के वे सभी विषय जिनका विकास तथा विस्तार मानव ने खुद अपनी गतिविधियों से किया है और इसमें प्रकृति का परोक्ष अथवा आप रोज कोई हस्तक्षेप नहीं रहा है आदि सामाजिक विज्ञान क्षेत्र के विषय है. सामाजिक विज्ञान के विषय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विषय भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद के द्वारा निम्नलिखित है जो इस प्रकार है.
S.R. | Subject in hindi | Subject in english |
1. | लोक प्रशासन | public administration |
2. | वाणिज्य | Commercial |
3. | विज्ञान नीति | science policy |
4. | शिक्षा | Education |
5. | जनसंख्या शास्त्र | population science |
6. | ग्रंथालय विज्ञान | library science |
7. | पत्रकारिता | journalism |
8. | भाषा विज्ञान प्रबंध अध्ययन | Linguistics Management Studies |
9. | सामाजिक एवं नियंत्रण औषधि विज्ञान | Social and Control Pharmacology |
10. | नगर एवं राष्ट्रीय नियोजन | city and national planning |
सामाजिक विज्ञान के विषय क्षेत्र के विशेषण के आधार पर के अंतर्गत आने वाले विषयों को दो भागों में बांटा गया है
1. परंपरागत विषय
परंपरागत विषय के अंतर्गत वे विषय आते हैं जो मानव जीवन को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करते हैं उन विषयों के नाम निम्नलिखित है.
- इतिहास
- भूगोल
- राजनीति विज्ञान
- अर्थशास्त्र
- सामाजिक विज्ञान
परंपरागत विषयों के अलावा जो विषय मानव जीवन को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करते हैं उनका वर्णन जो सूचित विषयों में किया गया है उन विषयों के प्रमुख नाम निम्नलिखित है.
- मनोविज्ञान
- मानव विज्ञान
- अपराध शास्त्र
- दंड विज्ञान
- न्याय व्यवस्था
- विधि शास्त्र
- शिक्षा
- धर्मशास्त्र
सामाजिक विज्ञान की विषय वस्तु अन्य कई विषयों को विषय वस्तु के रूप में प्रभावित करती है और प्रभावित भी होती है जिनमें से प्रमुख विषय निम्नलिखित है.
- सामाजिक मानव शास्त्र तथा समाजशास्त्र
- सामाजिक मानव शास्त्र तथा मनोविज्ञान
- सामाजिक मानव शास्त्र एवं प्रजाति शास्त्र
- सामाजिक मानव शास्त्र एवं पुरातत्व शास्त्र
- सामाजिक मानव शास्त्र और इतिहास
डॉ एस आर रंगनाथन के अनुसार
सामाजिक विज्ञान के विषय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विषय निम्न है.
- शिक्षा
- भूगोल
- इतिहास
- राजनीति विज्ञान
- अर्थशास्त्र
- सामाजिक कार्य
- विधि
सामाजिक विज्ञान की उपयोगिता निम्न प्रकार से है.
- समाज में समस्त हो रहे समस्याओं का समाधान निकालने में सहायक.
- शिक्षा के आधार का निर्माण करने में भी सहायक.
- समाज की होने वाली समस्याओं का पता लगाने में सहायक.
- समाज की संरचना को समझने में भी सहायक.
- राष्ट्रीय स्थिति को मजबूती उपलब्ध करने में सहायक.
- अतीत को वर्तमान से तथा वर्तमान को भविष्य से जोड़ने में सहायक.
- सामाजिक समायोजन करने में सहायक.
शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक विज्ञान का महत्व
शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक विज्ञान का महत्व निम्न प्रकार से है.
- यह सामाजिक कार्यों एवं सामुदायिक कार्यों को बढ़ावा देने का कार्य करता है.
- मानव विकास एवं विकास के चरणों का अध्ययन करने हेतु सहायता प्रदान करती है.
- छात्रों में सामाजिक तत्वों का विकास करती है ताकि वह एक सामाजिक नागरिक बन सके.
- यह शिक्षा के वास्तविक उद्देश्यों तथा लक्ष्य का निर्धारण करती है.
- छात्रों को सामाजिक उद्देश्यों से परिचित करता है.
- छात्रों के नैतिक मूल्यों का विकास करती है.
- छात्रों को सामाजिक समायोजन करने हेतु तैयार करता है.
- यह विषय एवं विषय वस्तु का चयन करने में सहायक.
- पूर्व में हुई घटनाओं का अध्ययन करने हेतु सहायक.
आधुनिक युग में सामाजिक विज्ञान की आवश्यकता
आधुनिक युग में सामाजिक विज्ञान की महत्वपूर्ण आवश्यकता निम्नलिखित प्रकार से है.
- मानव ने यातायात उद्योग संचार माध्यमों तथा अन्य क्षेत्रों में तीव्रता के माध्यम से बदलाव करके प्राकृतिक विज्ञानों में उन्नति प्राप्त की है.
- मानव ने संसार में एक महान भौतिक सभ्यता का निर्माण कर लिया है.
- उसने भौतिक सुविधाओं में विशेष वृद्धि करके जीवन के स्तर को उच्च तथा महान बनाया है.
- मानव ने अनु शक्ति का आविष्कार करने में असफलता प्राप्त कर ली है जो चंद्रलोक पहुंच गया है.
- इनके द्वारा मानव कल्याण की ओर अग्रसर किया जा सकता है और और उनके ज्ञान से मानव इन आविष्कारों के कल्याण के लिए उपयोग करना सीख सकता है इस वजह से समाज विज्ञान के लिए विश्व को अधिक आवश्यकता है.
FAQ: सामाजिक विज्ञान किसे कहते हैं ?
सामाजिक विज्ञान का जनक कौन है?
सामाजिक विज्ञान को दूसरे शब्दों में क्या कहा जाता है?
सामाजिक विज्ञान का उद्देश्य क्या है?
- राष्ट्रीय अखंडता और अंतर्राष्ट्रीय समझ का विकास करना
- एक अच्छा नागरिक और सांस्कृतिक विरासत का विकास करना
सामाजिक विज्ञान को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?
निष्कर्ष
दोस्तों हमने अपने इस लेख के माध्यम से सामाजिक विज्ञान किसे कहते हैं? इस विषय पर संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कर दी है सामाजिक विज्ञान को कला और विज्ञान दोनों के रूप में स्वीकार किया गया है यह सामाजिक परिस्थितियों को मानव के अनुकूल बनाने का लगातार प्रयास करता है.
इसके अभाव में अन्य किसी भी विषय का कोई औचित्य नहीं है सामाजिक विज्ञान मानव एवं जीवो के व्यवहार का अध्ययन करता है हम उम्मीद करते हैं कि अगर आप लोग हमारे इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ेंगे तो आप लोगों को हमारी दी गई जानकारी अवश्य उपयोगी होगी और महत्वपूर्ण साबित होगी. धन्यवाद!